Vastu Tips For Garden: क्या आपके घर में भी है गार्डन, जानिए क्या हैं वास्तु के नियम
Vastu Tips For Garden: अपनी मानसिक और शारीरिक थकान को दूर करने के लिए प्रकृति को सबसे अच्छा माना जाता है और इसके लिए लोग अपने घरों में गार्डन बनाते हैं। बड़े शहरों में अपार्टमेंट लाइफ में घर में इसे बनाना संभव नहीं होता है। पर अगर आपके पास घर है तो आ भी इसे बनाकर मानसिक थकान को मिटा सकते हैं। आमतौर पर घर बनाते समय ज्यादातर लोग कमरों और अन्य हिस्सों के वास्तु पर ध्यान देते हैं और गार्डन एरिया पर बहुत कम ध्यान देते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि घर पर बने गार्डन पर वास्तु उपाय नहीं किए जा सकते। आइए जानते हैं घर में गार्डन बनाने को लेकर वास्तु शास्त्र क्या कहता है।
गार्डन के लिए कई वास्तु टिप्स हैं, जिनका पालन करके घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाया जा सकता है।
जानिए क्या हैं नियम
पूर्व या उत्तर दिशा में एक बगीचा अच्छा माना जाता है।
तुलसी के पौधे उत्तर, पूर्व या पश्चिम दिशा में लगाना शुभ हो सकता है।
फव्वारे उत्तर, उत्तर-पूर्व या उत्तर-पश्चिम दिशा में रखे जा सकते हैं। उत्तर-पूर्व, उत्तर, पूर्व, पश्चिम और उत्तर-पश्चिम में पानी का फव्वारा रखें, इससे धन में वृद्धि होती है।
उत्तर दिशा में बड़े पेड़ न लगाएं। कोशिश करें कि उत्तर दिशा में छोटे-छोटे पौधे हों। ताकि रोशनी पूरी आये। उत्तर दिशा में हमेशा खुली जगह रखें।
दक्षिण या पश्चिम दिशा में बड़े पेड़ लगाने का सुझाव देना चाहिए। गार्डन वास्तु के अनुसार, भारी चट्टानें, रॉक गार्डन, मूर्तियां, ग्रंथ आदि. दक्षिण, पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम दिशा में अच्छे माने जाते हैं।
यदि आप फलदार पेड़ लगाना चाहते हैं, तो यह पूर्व दिशा में होना चाहिए। वहीं वास्तु के अनुसार बगीचे में उत्तर या पूर्व दिशा में झूले लगाए जा सकते हैं।
पालतू जानवरों, बच्चों के खेलने के क्षेत्र और पक्षियों के घोंसले रखने के लिए उत्तर-पश्चिम सबसे अच्छी दिशा है। आप गुलाब, गेंदा, चमेली आदि जैसे आम पौधों के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा का उपयोग कर सकते हैं।
बगीचे में कैक्टस, बेर, बांस, बोनसाई आदि कांटेदार पौधों का प्रयोग न करें। वे सद्भाव, विकास और अच्छे संबंधों को प्रभावित करते हैं। बगीचे में तुलसी के पौधे की अच्छी देखभाल करें। यह हमेशा हरा और स्वस्थ होना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार पक्षियों के लिए घड़ा पानी रखना अच्छा माना जाता है।